गुरुवार, 5 जून 2008

एक कविता छोटी सी

दुनिआदारी सीखो
आजकल मुझे समझाया जा रहा है
ये कौन लोग है, वही जिन्होंने कहा था
इमानदारी सर्वोत्तम निती है
सत्यमेव जयते
karm करो fal की chinta मत करो

2 टिप्‍पणियां:

Desh Raj Sirswal ने कहा…

कहने भर से नहीं होता कुछ हासिल।
शमा इश्क कि हर दिल में जला दे ।

तू तो अकेला है इस राह -ए -मंजिल में ।
अपने कर्म से इक महफ़िल सजा दे ।

amitesh ने कहा…

dhynavad